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कंपनी सचिव क्या होता हैं? कंपनी सचिव के बारे में संपूर्ण जानकारी।

What is company secretary in Hindi?

यह लेख उन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी होगा जो अभी उच्च माध्यमिक या उससे नीचे की कक्षा मे है। और वे अपने भविष्य के कैरियर की संभावनाओं के बारे में सोच रहे होंगे। तो यह मदद कर सकता है।

जैसा कि कहा जाता है कि व्यापार की दुनिया में सभी को दो सिक्के दिए जाते हैं, नकद और अनुभव। अनुभव ले लो और नकद बाद में आएगा।

और अनुभव के लिए, यदि आप व्यवसाय की दुनिया में खुद को विकसित करना चाहते हैं। तो आपको सही करियर चुनकर सही रास्ता चुनना होगा।

इसलिए आज हम व्यापार जगत में ऐसे ही एक आकर्षक और सम्मानित पेशे के बारे में कुछ महत्वपूर्ण विवरण लेकर आए हैं। जो अकाउंटिंग की दुनिया में एक अहम भूमिका निभाता हैं। और उसे नई ऊंचाइयों तक ले जाता हैं।

सामान्यत: हम सभी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट या सनदी लेखाकार के बारे में ही सुना होता हैं। जब कभी अकाउंटिंग की बात होती हैं तब हमारे दिमाग में एक ही नाम (CA) आता हैं। ६०-७० प्रतिशत लोग जानते नही होंगे कि चार्टर्ड अकाउंटेंट के अलावा भी अकाउंटेंट होते हैं। जिन्हे अलग अलग नामों से संबोधित किया जाता हैं।

उन सभी नामों में से एक नाम व्यापार जगत में भी प्रसिद्ध हैं। उस पेशे में जाने के लिए सीए जितना ही मेहनत लगता हैं। और वह पेशा है – कंपनी सचिव। जो सीए के लगभग समान ही हैं। इसकी शिक्षा से लेकर आय तक काफी समानता हैं।

इस लेख में हम आपको इस प्रोफेशन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराने की कोशिश करेंगे। जैसे कि कंपनी सेक्रेटरी कौन होता है? कंपनी सचिव बनने के लिए योग्यता शर्तें क्या हैं? कंपनी सचिव कैसे बनें, कंपनी सचिवों की ड्यूटी, कैरियर की संभावनाएं, वेतन और भी बहुत कुछ।

तो चलिए शुरू करते हैं। और जानते हैं कि इस क्षेत्र में कैसे प्रवेश कर सकते हैं और क्या ये आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता हैं।

आज हम सीएस में एक गहरा गोता लगाने जा रहे हैं। हम आप सभी से सीएस के दायरे, करियर प्रक्षेपवक्र, भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के वेतन, परीक्षा पैटर्न और बहुत कुछ के बारे में बात करेंगे।

Keywords
WHAT IS FULL FORM OF CS?
WHAT ARE COMPANY SECRETARY?
WHAT IS HISTORY OF COMPANY SECRETARY?
WHO SHOULD BECOME A COMPANY SECRETARY?
HOW TO BECOME A COMPANY SECRETARY?
WHAT ARE THE REQUIREMENTS TO BECOME A CS?
WHAT IS THE JOB OF A COMPANY SECRETARY?
WHAT ARE THE ADVANTAGE AND DISADVANTAGES OF BECOMING A CS?
CONCLUSIONS.

CS का पूरा नाम क्या हैं?

EnglishCompany Secretary
हिंदीकंपनी सचिव
CS ki full form kya hain.

कंपनी सचिव क्या होता हैं?

किसी भी सार्वजनिक या निजी क्षेत्र के संगठन पदानुक्रम के शीर्षतम स्तर पर रखे गए वरिष्ठ पदों में कंपनी सचिव एक प्रमुख पद होता हैं। इसे निगमित सचिव के रूप में भी जाना जाता हैं। जिन्हे कंपनी के निदेशकों द्वारा कानूनी और वैधानिक मामलों को संभालना के लिए नियुक्त किया जाता है।

किसी भी देश में कंपनी पर कई नियम लागू होते हैं। इन नियमों को संचालित करने के लिए कंपनी में एक योग्य पद की नियुक्ति की जाती हैं। जो कंपनी सचिव की होती हैं। कंपनी सचिव किसी भी संस्थान को नियंत्रित करता हैं।

कंपनी सचिव का पद किसी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी या मुख्य वित्तीय अधिकारी के बराबर होता हैं।

भारत में ICSI अर्थात भारतीय कंपनी सचिव संस्थान द्वारा कंपनी सचिव की उपाधि दी जाती हैं। जो अभ्यर्थी के आवेदन से लेकर प्रमाणपत्र तक प्रबंधन करता हैं।

कंपनी सचिव का इतिहास क्या हैं?

कंपनी सचिव की शुरुआत लंदन में हुई थी। सन १८५५ में लंदन में सीमित देयता सांझेदारी की शुरुआत हो गई। जिसके बाद थॉमस ब्राउन ने सयुक्त स्टॉक कंपनियों के प्रशासन को नियंत्रित करने का काम संभाला था।

सन १८९१ में थॉमस ब्राउन ने निगम सचिवों का प्रतिनिधित्व करने के लिए institute of secretaries की स्थापना की। और संस्थान द्वारा १९०२ में पहला शाही कंपनी सचिव दिया गया।

इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य वाणिज्य उद्योग के सार्वजनिक मामलों में प्रभावी और कुशल नेतृत्व करना हैं।

इसके बाद कई देशों में एक के बाद एक कंपनी सचिव संस्थान खुलती रही।

भारत में कंपनी सचिव संस्थान की शुरुआत ५३ वर्ष पूर्व ४ अक्टूबर १९६८ को भारत सरकार के निगमित मामलों के मंत्रालय द्वारा की गई। और अभी तक इसके ५० हजार से अधिक सदस्य हैं।

इसमें १९७० में पहला चुनाव हुआ। और इस संस्थान के पहले अध्यक्ष स्वर्गीय श्री आर. प्रसाद थे।

कंपनी सचिव किसको बनना चाहिये?

कंपनी सचिव एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का पद होता हैं। और एक अच्छे आजीविका के रूप में अपना योगदान दें रहा हैं। इस क्षेत्र में अत्यधिक अवसर मिलते हैं।

हर वह छात्र जो वाणिज्य वर्ग के साथ साथ निगमित मामलों की कानूनी कार्रवाई में रुचि रखते हैं। उन्हे कंपनी सचिव जरूर बनना चाहिये। अर्थात जिसको करों, कंपनी की नीतियां बनाने, योजनाएं बनाने में रुचि वाले छात्र।

इसके अलावा कंपनी सचिव को एक अच्छे अवसर के रूप में देखने वाला छात्र भी इस क्षेत्र में प्रवेश कर सकता हैं। और कंपनी सचिव बन सकता हैं।

कंपनी सचिव कैसे बनते हैं?

हर छात्र जो कंपनी सचिव बनने के बारे में सोच रहा हैं। तो उसके मन में यह सवाल जरूर आता हैं कि
कंपनी सचिव या सीएस करने के लिए पात्रता की शर्तें क्या हैं।

आज इस टॉपिक में हम बात करेंगे कि सीएस कैसे बनते हैं। सीएस बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए।

आइए जानते हैं अगर किसी उम्मीदवार को कंपनी सचिव बनना हैं। तब उसको सीएस कोर्स करने की आवश्यकता है। यह कोर्स तीन चरणों में किया जाता हैं। जो क्रमशः नींव, निष्पादन और पेशेवर के रुप मे होता हैं।

सीएस कोर्स में दो तरह से प्रवेश कर सकते हैं।

  • बाहरवी कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद नींव कार्यक्रम के दौरान आवेदन कर सकते हैं।
  • सीधा कार्यकारी कार्यक्रम में प्रवेश लेकर (कुछ नियम के अनुसार)

यह कोर्स ३ वर्ष की अवधि के दौरान पूर्ण होता हैं।

सीएस बनने के लिए क्या आवश्यक हैं?

  • नींव कार्यक्रम में प्रवेश हेतु आपको बाहरवी कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए।
  • आप स्नातक प्रमाण पत्र या ICAI इंटरमीडिएट प्रमाण पत्र के आधार पर सीधा कार्यकारी कार्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं।
  • ललित कला विषय के उत्तीर्ण छात्र इसमें शामिल नही हो सकते हैं।
  • आपको संगणक प्रणाली का ज्ञान होना चाहिए।

कंपनी सचिव का काम क्या होता?

किसी भी संगठन में कंपनी सचिव का कार्य व्यवसायिक उद्यम के कानूनी नियमो को संभालना संभालना होता हैं। एक कंपनी सचिव यह सुनिश्चित करता है कि एक संगठन प्रासंगिक कानून और विनियम का अनुपालन करता है और बोर्ड के सदस्यों को कानूनी जिम्मेदारियों से अवगत कराता है।

एक कंपनी सचिव के निम्न कार्य हो सकते है –

  • वे विभिन्न हितधारकों, नियामक प्राधिकरणों, सरकारों, किसी भी संगठन के बोर्ड के सदस्यों और अन्य प्रधानाचार्यों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं जो दिन-प्रतिदिन की व्यावसायिक गतिविधियों को जोड़ते या सुविधा प्रदान करते हैं।
  • किसी कंपनी में चर्चा करने या सौदा करने के लिए बैठकें आयोजित करना।
  • कंपनी के वित्तीय लेखा प्रबंधन का अभिलेख रखना।
  • कंपनी के निदेशक मंडल और अन्य लोगो को सलाह देना जो कंपनी के हित में हों।
  • संगठन के टैक्स रिटर्न को पूरा करने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।

सीएस बनने के फायदे और नुकसान क्या हैं?

सीएस बनने से कोई नुकसान नहीं होता हैं। हा थोड़ा काम को लेकर परेशानियां हो सकती हैं। कोई भी नियम स्थायी नही होता। उनके बदलने के साथ आपको अपडेट रहना होता हैं। किंतु इससे लाभ अधिक है।

  • आप किसी कंपनी के मुख्य कार्यकारी के रूप में कार्य करते हैं।
  • आपकी आय अच्छी होती हैं।
  • समाज में एक अच्छा नाम होता हैं।
  • अवसर के विकल्प अधिक उपलब्ध हैं।
  • हर समय अधिक सीखने को मिलता हैं।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने सीएस अर्थात कंपनी सचिव के बारे में जानकारी प्राप्त की। हमने सीएस और इसके इतिहास के बारे में जाना। इसकी उपयोगिता और आवश्यकता पर अध्ययन किया। और इसके काम काज और लाभ हानि के बारे में भी जाना।

इस लेख से संबंधित कुछ सवाल या राय हो तो हमारे साथ सांझा अवश्य करें। आने वाले लेख में हम सीएस के बारे में और विस्तार से चर्चा करेंगे।

लेखांकन और कराधान और व्यापार प्रबंधन संबंधित जानकारी के लिए हमारा अनुसरण करें।

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