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Income Tax Return क्या हैं? हमे आयकर रिटर्न दाखिल क्यों करना चाहिए?

What is income Tax Return in Hindi

आज के समय में हम सब ने Income Tax के बारे में जरूर सुना होगा, और काफी लोग यह Tax भरते भी होगे। Income Tax एक अंग्रेजी शब्द है, जिसे हिंदी में आयकर कहा जाता है।

हर वर्ष भारत में आयकर रिटर्न फाइल किया जाता हैं। जिसमे लाभ अर्जित करने वाले लोग या संस्थान अपनी आय का कुछ हिस्सा सरकार को कर के रूप में देते हैं। इसको CBDT द्वारा संचालित किया जाता हैं।

भारत में वर्ष २०२१ तक लगभग १० करोड़ लोग आयकर विभाग में पंजीकृत हैं। और ३-५ करोड़ के आस पास लोगो ने आयकर रिटर्न भरा हैं। अर्थात देश का ५ प्रतिशत हिस्सा ही आयकर रिटर्न भरता हैं।

आधे से ज्यादा लोग तो अशिक्षित होने के कारण रिटर्न नहीं भर पाते हैं। तो कुछ शिक्षित होकर भी अशिक्षित रह जाते हैं। उन लोगों को लगता हैं कि आय अधिक नही है तो रिटर्न क्यों भरना?

कुछ लोग आयकर रिटर्न फाइल करने और आयकर रिटर्न जमा करने को एक ही समझते हैं। पर यह दोनो अलग होते हैं। आयकर रिटर्न जमा करने का मतलब आयकर जमा करना नही होता। इससे काफी लोग भ्रमित रहते हैं।

आप लोगों को इस आयकर के बारे में नहीं पता तो आपको हमारे यह लेख से पता चल जाएगा कि आयकर क्या है? और कितने प्रकार के आयकर होते है?

लेकिन अगर आपको कर के बारे में नहीं पता हैं तो हमारा एक लेख आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता हैं। नीचे दिए गए लिंक पर जाकर इस लेख को जरूर पढ़े।

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आज हम आपको इस लेख के माध्यम से यह बताने की कोशिश करेंगे कि कर की कटौती न होने पर भी आपको आयकर रिटर्न क्यों भरना चाहिए?

इसके साथ ही हम सामान्य आयकर कानून और नई विशेषताओं के बारे में चर्चा करेंगे। जिससे आप आयकर के बारे में जानकारी प्राप्त हो और आप रिटर्न फाइल करने के लिए प्रेरित हो।

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What are the types of income tax?
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What are the reasons for not filing income tax?
Why should we file Income Tax Return? What are the benefits and losses of Income Tax Return?
When can I file Income Tax Return?
Conclusion.

Income Tax क्या हैं?

आय के ऊपर लगने वाला कर आयकर होता हैं। किसी भी देश में जहा आयकर लगता हैं वहा के लोग अपनी आय का कुछ हिस्सा सरकार को देते हैं। जिसे सरकार अपनी गतिविधियों और उसी देश के आर्थिक विकास में उपयोग करती हैं।

आयकर भरने से न केवल उस देश का आर्थिक विकास होता हैं बल्कि देश में चल रही काफी सुविधाओ का उपयोग भी कर पाएंगे। यह आयकर केंद्र सरकार द्वारा लिया जाता हैं।

भारत में १९६१ के आयकर अधिनियम के तहत सभी पात्र नागरिक को यह कर केंद्र सरकार को जमा करवाना पड़ता है।

देश के हर साल के बजट में कर की दरों को सरकार बदलती रहती हैं। आय में सिर्फ वेतन के रूप का समावेश नहीं होता है। लेकिन इसमे बोनस, गृह संपत्ति से आय, पूंजीगत लाभ आय, व्यवसाय से लाभ और अन्य स्रोतों से आय का समावेश होता है।

कुछ प्रकार की आय में सरकार कर की छुट भी देती है। जैसे कि किसी व्यक्ती की आय पर लगाये जाने वाले कर की गणना से पहले उसकी आय से विविध कटौती की गयी हो।

Income Tax Return क्या हैं?

अपनी आय का हिसाब किताब सरकार को देना आयकर रिटर्न होता हैं। इसमें आप सरकार को अपनी आय, खर्च, निवेश, व्यापार और कर संबंधित जानकारी देते हैं।

आयकर रिटर्न में सरकार को कर देना आवश्यक नहीं हैं। आप सरकारी योजनाओं के अंतर्गत किसी भी तरह के कर के लिए उत्तरदायी नही आते हैं तब भी आप सिर्फ आयकर रिटर्न भर सकते हैं।

इसका प्रबंधन आयकर विभाग द्वारा किया जाता हैं। जो इसके रिटर्न से लेकर रिफंड तक सभी चीजों का प्रबंध करता हैं

Income Tax कितने प्रकार के होते हैं?

आयकर सात प्रकार के होते हैं जो क्रमशः ITR1 से ITR7 तक होते हैं। और आयकर कानून के अंतर्गत इनमे से किसी एक द्वारा रिटर्न भरा जाता हैं।

आयकर कानून क्या हैं?

आयकर कानून कहता है कि २०२० के बाद से अगर आप की आय ५ लाख से अधिक हैं तो आप कर के लिए उत्तरदायी होते हैं। और आपको आयकर रिटर्न भरना अनिवार्य हैं। भारत में सरकार को यह जानकारी Income Tax Portal के माध्यम से दिया जाता हैं।

आयकर विभाग के अनुसार कुछ नियम लागू होने पर आपको कम आय में भी रिटर्न भरना अनिवार्य होता हैं।

  • यदि देश के बाहर आपकी कोई संपत्ति हैं।
  • विदेश में आपका कोई बैंक खाता हैं। या किसी कंपनी में आपके हस्ताक्षर चलते हैं।
  • आपके परिवार में किसी ने विदेश यात्रा पर २ लाख से अधिक रुपए खर्च किया हैं।
  • आपका वार्षिक बिजली का खर्च १ लाख से अधिक हैं।
  • चालू खाता में १ करोड़ से अधिक निवेश हो।
  • किसी भी तरह से आय स्रोत पर कर की कटौती हुई हैं।

यदि आप इनमे से किसी भी नियम के लिए उत्तरदायी नही हैं। फिर भी आप चाहे तो रिटर्न भर सकते हैं। इसके लिए आयकर विभाग की ओर से कोई प्रतिबद्धता नही हैं।

इनकम टैक्स रिटर्न एलिजिबिलिटी

आयकर रिटर्न भरने वाला एक व्यक्ति, समाज या समूह हो सकता हैं और कोई फर्म, ट्रस्ट या कंपनी हो सकती हैं। इसके अंतर्गत हिन्दू अविभाजित परिवार भी शामिल हो सकता हैं।

Income Tax Return नहीं भरने के क्या कारण हो सकते हैं?

आयकर नहीं भरने के कई कारण हो सकते हैं। जिससे लोग आयकर रिटर्न फाइल नहीं करते हैं। कुछ लोग तो इसी सोच में रहते हैं कि उन्हें आयकर रिटर्न फाइल करना चाहिए या नहीं। क्यों करना चाहिए? इससे क्या फायदा होगा?

इसलिए कम ज्ञान के चलते भी लोग आयकर रिटर्न फाइल नहीं करते हैं। इसके अलावा लोग इस बात से भी भ्रमित रहते हैं कि आय अधिक नही हैं तो आयकर रिटर्न क्यों भरना?

कई बार लोगो को इससे होने वाले लाभ के बारे में पता नहीं होता हैं। लोग जानते ही नहीं की आयकर रिटर्न फाइल करने से क्या फायदा हो सकता हैं और न भरने से क्या नुकसान।

कई प्रसिद्ध सनदी लेखाकार (सीए) कहते हैं कि अगर आप किसी भी प्रकार के आयकर भरने के लिए उत्तरदायी नही हैं। फिर भी आप आयकर रिटर्न फाइल करके सरकारी योजनाओं और कई अन्य लाभ उठा सकते हैं।

हमे Income Tax Return क्यों भरना चाहिए? आयकर रिटर्न के फायदे और नुकसान क्या हैं?

हर व्यक्ति को आयकर रिटर्न भरना चाहिए। आयकर रिटर्न भरना उसका अधिकार भी हैं और कर्तव्य भी। यह किसी भी सरकार को अपने देश के लोगो की आर्थिक स्थिति जानने में मदद भी करता हैं।

आयकर रिटर्न भरने में थोड़ी समस्या हो सकती हैं परंतु इसके फायदे उससे कई अधिक हैं।

सरकार लोगो की आय का आंकलन कर उनके लिए नई योजनाओं का निर्माण कर सकती हैं। जिससे सामान्य जन तक सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।

उसके अलावा किसी भी सरकारी या निजी संस्थान द्वारा आपकी आय स्रोत पर कर की कटौती हुई हैं तो आप सरकार द्वारा इसे वापस ले सकते हैं। सरकार न केवल आपका वह कर वापस करती हैं बल्कि देरी होने पर ब्याज भी देती हैं।

आयकर रिटर्न के आधार पर आप बैंक में ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। कई बैंक बिना आयकर रिटर्न के ऋण नहीं देती हैं।

कई विदेशी दूतावास विदेश में जाने के लिए वीजा आवेदन पर आयकर रिटर्न की मांग करते हैं। इसके बिना आपको वीजा नहीं मिलता हैं। कई बार आप विदेश यात्रा से वंचित हो सकते हैं।

अगर आप आयकर रिटर्न भरते हैं तो आपको बीमा कवर भी ज्यादा मिलता हैं। और आप आयकर कानून के तहत इसे कर मुफ्त आय बता सकते हैं।

आयकर रिटर्न एक वैध पता प्रमाण पत्र होता हैं। यह किसी भी सरकारी अनुबंध में भी काम आता हैं।

अगर हम आयकर रिटर्न नही भरते हैं तो इन सभी में हमे नुकसान ही हैं कोई फायदा नहीं। साथ ही हम देश से आय छुपाकर उसका नुकसान ही करते हैं।

Income Tax Return कब भर सकते हैं?

आयकर रिटर्न वर्ष में एक बार भरा जाता हैं। और आयकर विभाग द्वारा आयकर रिटर्न भरने के लिए एक निश्चित समयावधि तय की जाती हैं। जिसके अंदर रिटर्न भरना अनिवार्य होता हैं।

अगर किसी स्तिथि में करदाता द्वारा आयकर रिटर्न भरने में देरी हो जाती हैं तो उस पर आयकर विभाग द्वारा १०००० तक जुर्माना लगाया जा सकता हैं।

आयकर भरने की अंतिम तिथि जानने के लिए आप आयकर विभाग की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने इनकम टैक्स के बारे में जानकारी की। साथ ही यह जाना की इनकम टैक्स रिटर्न भरना हमारे लिए जरूरी क्यों होता हैं।

इनकम टैक्स रिटर्न न भरके हम कई तरह के लाभ से वंचित रहते हैं। और नुकसान उठाते हैं।

हम सभी को इनकम टैक्स रिटर्न भरना चाहिए और अन्य लोगो को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। इनकम टैक्स रिटर्न भरना मेरा या आपका नही बल्कि हम सभी का कर्तव्य हैं।

अगर आपको इनकम टैक्स से संबंधित कोई सवाल या राय हो तो हमारे साथ सांझा करे। लेख पसंद आया हो तो अपने दोस्तो के साथ सांझा करे।

लेखांकन, कराधान, व्यापार और वित्त संबंधित जानकारी के लिए हमारा अनुसरण करें। आप हमे आपके सवाल मेल भी कर सकते हैं। आपके सवाल को जितना जल्दी हो सके अगले लेख में शामिल किया जाएगा।

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